तू जो गले लगाए रोऊँ , आंसू रोक के बैठा कब से !
माँ तुमसे जो जुदा हुआ हूँ ,सोया नहीं हूँ माँ मै तब से !!
रंग - बिरंगी घात लगाए , दुनिया सारी घूर रही है !
तेरी श्वेत -श्याम आँखों से, दूर हुआ हूँ माँ मै जब से !!
छल की धूप से झुलस गया है ,तेरे जिगर का टुकड़ा ये माँ ,
जल ना जाऊ कही यहाँ मै ,आ के मुझको बचा लो सब से !!
पूजा करना भूल गया मै , मंदिर जाना छोड़ दिया है ,
तुझे याद जब-जब करता हूँ ,मिल जाता हूँ तब-तब रब से !!
माँ तुमसे जो जुदा हुआ हूँ ,सोया नहीं हूँ माँ मै तब से !!
रंग - बिरंगी घात लगाए , दुनिया सारी घूर रही है !
तेरी श्वेत -श्याम आँखों से, दूर हुआ हूँ माँ मै जब से !!
छल की धूप से झुलस गया है ,तेरे जिगर का टुकड़ा ये माँ ,
जल ना जाऊ कही यहाँ मै ,आ के मुझको बचा लो सब से !!
पूजा करना भूल गया मै , मंदिर जाना छोड़ दिया है ,
तुझे याद जब-जब करता हूँ ,मिल जाता हूँ तब-तब रब से !!
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