अगर यकीं है स्वर्ग पर
,
जीना फिर इस तरह,
तुम्हारे लफ्जो से कोई
,
आहत कभी ना हो!
भगवन उसे मिलेगे,
जिसके दिमाग में,
भगवान के आकार की
.
चाहत कभी ना हो!
आता है गर क्रोध तो
-
कमज़ोरियो से लड़ !
प्रेमी अगर हो सच्चे ;
तो माँ से प्रेम कर !
ईश्वर को तूने भोग लगाया तो क्या किया?
मूर्खो की तरह सूर्य को दिखाया क्यों दीया??
काबिल हो गरं,
दूसरों को काम दो बन्धु !
अब मंदिरों की घंटी को,
विराम दो बन्धु !!
मंदिर में ना जाना कभी मस्जिद में ना जाना
ईश्वर को ढूढने को
,
माँ के पास ही जाना !
माँ में ही तो रहीम तुम्हे राम मिलेगा
,
माँ के निकट ना कोई ताम-झाम मिलेगा !!
दुनिया की धुर्त्ततायें जब तुम को करे बेहाल,
माँ की ही गोद में तुम्हे आराम मिलेगा !!
tanu thadani: hey eshwar (tanu thadani)
http://tthadani.blogspot.com/2011/03/hey...
आज 18/06/2012 को आपकी यह पोस्ट (दीप्ति शर्मा जी की प्रस्तुति मे ) http://nayi-purani-halchal.blogspot.com पर पर लिंक की गयी हैं.आपके सुझावों का स्वागत है .
जवाब देंहटाएंधन्यवाद!
अच्छी अभिव्यक्ति............
जवाब देंहटाएंशुभकामनाएं तनु जी.
अनु
धन्यवाद ....
हटाएं.
जवाब देंहटाएंआता है गर क्रोध तो -
कमज़ोरियो से लड़ !
प्रेमी अगर हो सच्चे ;
तो माँ से प्रेम कर !
मंदिर में ना जाना कभी मस्जिद में ना जाना
ईश्वर को ढूंढने को,
माँ के पास ही जाना !
माँ में ही तो रहीम तुम्हे राम मिलेगा ,
माँ के निकट ना कोई ताम-झाम मिलेगा !!
दुनिया की धूर्त्ततायें जब तुम को करे बेहाल,
माँ की ही गोद में तुम्हे आराम मिलेगा !!
वाह वाऽऽह… !
सुंदर शब्दों से सजे सुंदर भाव …
बहुत खूबसूरत !
आदरणीय तनु थदानी जी
नमस्कार !
आपकी मातृ-भक्ति वंदनीय है … … …
आपकी इस रचना की जितनी प्रशंसा की जाए , कम है …
बहुत सुंदर … बधाई !
…आपकी लेखनी से सुंदर रचनाओं का सृजन होता रहे , यही कामना है …
शुभकामनाओं सहित…
बहुत अच्छी है !
जवाब देंहटाएं